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शुक्रवार, 16 जुलाई 2021

ज्ञान ट्वीट #५

यदि आपने यह मान लिया है कि मैं माया में हूँ, तो आप ब्रह्मं होते हुए भी एक कल्पना में जी रहे हैं; और यदि आपने जान लिया है कि मैं ही ब्रह्मं हूँ तो आप माया में होते हुऐ भी माया में नहीं रहे।

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